कालमेघ :--- बना झोलाछाप डाक्टरों की मुसीबत का सबब
ग्रामीण जनता को अब झोला छाप डाक्टर अब नही ठग सकेगे इससे बचने के लिए कालमेघ का उपयोग कर झोलाछाप डाक्टरों के चंगुल से बच सकेगे. मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू जैसे घातक रोगों से निपटने मे कालमेघ अमृत के समान है इस समय जबलपुर ओर आसपास के क्षेत्रो मे इन संक्रामक रोगों की भरमार है लोग हजारो की संख्या मे पीड़ित होकर झोला छाप डाक्टरों की शरण ले रहे है ओर झोला छाप डाक्टर इन दिनों भारी कमाई करने मे लगे है ओर जनता को उपचार के नाम पर लूट रहे है यदि ग्रामीण ओर शहरी क्षेत्रो की जनता वन की जड़ी बूटी काल मेघ के काडे का पन्द्रह दिनों तक नियमित सेवन करे तो उसे मलेरिया,डेंगू,टाईफाइड जैसे रोग से मुक्ति मिल सकती है ओर इनके वायरस के लिए कालमेघ काल के समान है, इसके सेवन से पेट की समस्त बीमारियो से निजात पाया जा सकता है यह लीवर के लिए शक्तिवर्धक ओर फायदेमंद है साथ ही साथ यह रक्त को भी शुद्ध करता है ओर चर्म रोग भी नही होते है यदि कोई व्यक्ति काल मेघ का लगातार सेवन करे तो उसे एक साल तक फीवर, बुखार नही हो सकता है
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