धातु पौष्टिक चूर्ण

धातु पौष्टिक चूर्ण
वीर्य पुष्ट करने व शरीर की कमजोरी दूर करने हेतु यह एक ऐसा नुस्खा है, जिसे किसी भी ऋतु में लिया जा सकता है, यानी शीतकाल का होना जरूरी नहीं।कुछ नुस्खे ऐसे होते हैं, जो शीतकाल में ही सेवन किए जा सकते हैं, परंतु इस नुस्खे में यह शर्त लागू नहीं होती।
नुस्खा : गोखरू का महीन पिसा चूर्ण 3 ग्राम,
कतीरा गोंद पिसा हुआ 3 ग्राम और
शुद्ध घी दो चम्मच,
यह एक खुराक है। घी में दोनों पिसे द्रव्य मिलाकर आग पर रख कर थोड़ा पका लें और चाटकर ऊपर से एक गिलास मीठा गर्म दूध पी लें।यह प्रयोग एक बार सुबह व एक बार रात को भोजन के दो घंटे बाद करना चाहिए। इसे लेने के बाद फिर कुछ भी न लें। यह प्रयोग कम-से-कम दो महीने तक करें। ज्यादा तले, खटाई वाले व मिर्च-मसालेदार पदार्थ न खाएँ।

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